आकापुर तालाब में मृत मिले प्रवासी और प्रवासी पक्षी.
(पंछियों की मौत पर कई सवाल ?)
नागभिड:
तलोदी बालापुर वन परिक्षेत्र का अंतर्गत आने वाले आकापूर तालाब में विविध प्रजातियों के पंछी मृत्यु अवस्था में पाए गए। इसके बाद उनकी जानकारी आकापुर के अमोल भाकरे इन्होंने स्वाब संस्था के पदाधिकारियों को दी। जानकारी मिलते ही स्वाब संस्था के सदस्यों ने तालाब में जाकर स्वच्छता अभियान चलाया।
स्वाब टिम को आकापूर तालाब में पानी के किनारे मृत अवस्था में ऊनी गर्दन वाले (Woolly- necked Stork), टिटोनी/टिटवी (Red-wattled Lapwing), काला शराटी (Red - neped Ibis), बगुला (Egret) आदि पंछी पानी के किनारे मिले मृत पंछियों को इकट्ठा कर, वन विभाग को सुचीत किया।परिसर की जांच करने पर और कुछ पंछियों को जंगली जानवरों ने खा लिया था तो बाजू में ही एक जगह पर कुछ पंछियों को किसी ने काट के उनके पर एक जगह पर इकट्ठा डाल दिए थे। जिस वजह से पंछियों के मरने पर विविध हा सवाल खड़े हो गए। यह पंछी या तो गर्मी से या? किसी अज्ञात बीमारी से? या फिर शिकारियों द्वारा पानी के बाजू में खाने में कुछ डालकर मारे जाने की भी आशंका जताई जा रही है। लेकिन पक्षीमित्रों ने इन पंछियों के मरने पर खेद जताया। बाद में वन विभाग तलोधी के वन परिक्षेत्र अधिकारी अरुप कन्नमवार के मार्गदर्शन में, राजेंद्र भरने वन रक्षक आकापुर द्वारा मोक्का पंचनामा कर तलाब के बाजू में ही दफना दिया। इस वक्त स्वाब संस्था के बचाव दल प्रमुख जीवेश सयाम, संस्था अध्यक्ष यश कायरकर, सदस्य शुभम निकेसर, आदित्य नान्हे, चिराग सेलोकर, आदि उपस्थित थे।
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झिंदाबाद!